कहा जाता है कि सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत जरुरी होता है,
लेकिन अक्सर लोगों ने आत्मविश्वास की कमी होती है।
जीवन में आगे बढ़ने के लिए खुद पर विश्वास करना जरुरी होता है।
खुद पर आपका यह भरोसा ही आपका आत्मविश्वास कहलाता है।
आत्मविश्वास जीवन में खुशियां, सम्मान, सफलता लाता है।
कई बार आत्मविश्वास की कमी के कारण न सिर्फ हमारा व्यक्तित्व प्रभावित होता है
बल्कि हाथ में आने वाली कई बड़ी संभावनाएं हमसे छूट जाती हैं। जीवन में सफलता
पाने के लिए आदमी को स्वयं का आत्मविश्वास जागृत होना चाहिए। खासतौर से युवा
वर्ग कई बार अपने ही अंदर छिपी प्रतिभा को नहीं पहचान पाते और असफलता हाथ लग
जाती है। शास्त्रों में कहा गया है कि हम जैसा सोच भरोसा करेगी।
क्या आप कल्पना कर सकते है जिस महिला को लूटने के इरादे से आधी रात में चलती ट्रेन
से लूटने का प्रयास किया जाए और उस महिला से जीत न पाने की वजह से चलती ट्रेन से बाहर फेक दिया जाये ।
इतना ही नही, फेंकने के बाद पटरियों में अपने पैर जो महिला गवां दे, क्या ऐसी महिला एवरेस्ट को भी फतह कर लेगी,
ऐसा कारनामा एवरेस्ट से भी ऊँचा हौसला रखने वाली महिला ने सच कर दिखाया
सोचते हैं वैसे ही बन जाते हैं। और उस महिला का नाम है अरुणिमा सिन्हा
। अगर आपकी सोच नकारात्मक है तो आप कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाएंगे
और बस बहाने ही बनाते रहेंगे जिससे काम पूरा नहीं होने के कारण आपको आएगा और आपका आत्मविश्वास कम हो जाएगा।
वहीं अगर आपकी सोच सकारात्मक है तो आप हर मुश्किल से निकल कर अपने काम को पूरा कर लेंगे
जिससे काम पूरा होने से आपको खुशी होगी और आपका आत्मविश्वास बढ़ जाएगा।
दुनिया में ईश्वर ने सभी को अनंत शक्तियां प्रदान की हैं। हर किसी में कोई न कोई खास बात होती है।
बस, जरूरत है अपने अंदर की उस खास शक्ति को पहचानने की, उसे निखारने की।
जो काम दूसरे लोग कर सकते हैं, वो काम आप क्यों नहीं कर सकते? अपने आप पर भरोसा कीजिए। फिर दुनिया भी आप पर
पर भरोसा करेगी.
हम सभी के जीवन में कभी न कभी मुश्किल हालात जरूर आते है, लेकिन हमे कभी भी किसी भी
परिस्थिति में अपने हौसलों को कम नही होने देना चाहिए और जो लोग इन परिस्थितियों का सामना
डटकर करते है वही लोग सफलता के पथ पर चलते हैं । जिन लोगो को आज आप सफलता के
शिखर पर देख रहे है, वे अपने जीवन में कई बार असफल हुए थे। बड़े काम करने के लिए
आत्मविश्वास पहली सीढ़ी है। बिना अपनी क्षमताओ पर विश्वास किये बिना आप सफल या
खुश नहीं हो सकते। अंत में मैं यही कहूँगा कि – टूटने लगे हौसले तो ये याद रखना,
बिना मेहनत के तख्तो-ताज नहीं मिलते, ढूंढ़ लेते हैं अंधेरों में मंजिल अपनी,
क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज नहीं होते ।