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( evs coaching notes in hindi pdf) | Environment tet

सौरमण्डल ( evs short notes )

सूर्य (Surya)

ग्रह ( Grah)

चन्द्रमा (chandrama)

क्षुद्रग्रह , धूमकेतु एवं उल्का (asteroids)

अक्षांश एवं देशान्तर |environment Tet

पृथ्वी की आंतरिक संरचना [paryavaran adhyayan in hindi]

इसे तीन भागों में विभाजित किया गया है

  1. भू-पर्पटी– इसे भू- पटल से क्रस्ट भी कहते हैं।
    1. यह सिलिका या एल्युमिनियम से निर्मित है , इसे sial सियाल भी कहते हैं।

2.मैण्टल-(Mantle)

यह सिलिका एवं मैग्नीशियम से निर्मित है इसे सीमा SIMA भी कहते हैं।

3.कोर (core)

पृथ्वी के भू-पृष्ट में आक्सीजन 46.8 प्रतिशत सिलिकान 27.7 प्रतिशत , एल्युमिनियम 8.1 प्रतिशत , लोहा 5 प्रतिशत, कैल्शियम 3.6 प्रतिशत , सोडियम 2.8 प्रतिशत पाया जाता है।

सम्पूर्ण पृथ्वी में सर्वाधिक मात्रा में लोहा पाया जाता है ।

पर्वत

उत्पत्ति के आधार पर पर्वत चार प्रकार के होते हैं।

  1. वलित या मोड़दार पर्वत 2. ब्लाक पर्वत 3. ज्वालामुखी पर्वत 4. अवशिष्ट पर्वत

मरूस्थल

पृथ्वी के वह क्षेत्र जहाँ 25 सेमी से कम वर्षा होती है , मरूस्थल कहलाते हैं।

विश्व के महाद्वीप

विश्व के कुल सात महाद्वीप है – एशिया , अफ्रीका , उत्तरी अमेरिका , दक्षिण अमेरिका , यूरोप , आस्ट्रेलिया तथा अण्टार्टिका । [ paryavaran adhyayan /evs for stet in hindi]

प्रमुख द्वीप

प्राकृतिक सम्पदा / संसाधन –

प्राकृतिक सम्पदा वह अमूल्य सम्पदा है जो हमें पृथ्वी से मिलता है ।

  1. स्थल 2. वायु 3. जल

विश्व के महासागर

पृथ्वी के 71 प्रतिशत भाग पर जलमण्डल का विस्तार है ।

विश्व में प्रमुख महासागर है-

प्रशान्त महासागर में मेरियाना गर्त स्थित है , अटलाण्टिक महासागर में पोर्टोरिको गर्त स्थित है , हिन्द महासागर में जावा गर्त स्थित है । आर्कटिक महासागर का विस्तार उत्तरी ध्रव में तथा अण्टार्टिका महासागर का विस्तार दक्षिणी ध्रुव में है ।

भारत का भूगोल

भारत का सामान्य परिचय

उत्तर का पर्वतीय क्षेत्र

प्रायद्वीपीय पठार

मैदान

पूर्वी एवं पश्चिमी घाट

भारत की नदियाँ ( अपवाह तन्त्र)

भारत के प्रमुख जलप्रपात

प्रमुख झीलें एवं उनकी अवस्थिति

भारत की जलवायु एवं वर्षा

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