कैसे होती है हाइड्रोपानिक्स यानी बिना मिट्टी के खेती | hydroponics in india

कैसे होती है हाइड्रोपानिक्स यानी बिना मिट्टी के खेती

न तूफान का डर और न बारिश का इंतजार हाइड्रोपाऩिक्स फार्म में पौधे एक कंट्रोल वातावरण में पनपते हैं,  नमी का स्तर स्थिर रखा जाता है , प्रकाश सुव्यवस्थित है और पानी समय पर भी आ जाता है 

यह पौधे मिट्टी के स्थान पर पोषक तत्वों के एक घोल में पनपते हैं ।

एक व्यापारी 1.5 एकड फार्म से 2 टन सब्जियाँ उगा लेता है ।

वो बताते हैं कि 24 डिग्री का तापमान आदर्श होता है , नमी लगभग 51 प्रतिशत तथा कीड़ों का काबू करने के लिए यह एक मुकम्मल पर्यावरण है । इसमें पारम्परिक खेती के मुकाबले पैदावार काफी ज्यादा होती है ।

विशेषज्ञों का अनुमान है कि हाइड्रोपानिक्स पद्धति से उगायी गयी सब्यजियों का बाजार 2028 तक 13 प्रतिशत तक हो जायेगा।

बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी भी बढ रही हैबार्टन ब्रीज नाम की संस्था युवा उधमियों को भी ट्रेनिंग देती है ।

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