समास की परिभाषा और उसके भेद प्रकार उदाहरण तत्पुरुष अवयवीभाव | samaas in hindi

समास

समास का शाब्दिक अर्थ है ‘संक्षेपीकरण‘ । (Samaas in hindi grammar)

समास की परिभाषा ( samas ki paribhasha)

दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए एक नवीन एवं सार्थक शब्द को समास कहते हैं। समास में दो पद होते हैं

  1. पूर्वपद
  2. उत्तरपद

सामासिक शब्द / समस्त पद

समास के नियमों से निर्मित शब्द सामासिक शब्द कहलाता है। इसे समस्त पद भी कहते हैं . समास होने के बाद विभक्तियों के चिन्ह (परसर्ग) लुप्त हो जाते हैं। जैसे- राजपुत्र

समास विग्रह (samas vigrah)

समासिक शब्दों के बीच के सम्बन्ध को स्पष्ट करना समास विग्रह कहलाता है। जैसे – राजा का पुत्र । समास की परिभाषा और उसके भेद प्रकार उदाहरण सहित तत्पुरुष, द्विगु, अवयवीभाव,बहुव्रीहि समास, समास विग्रह पदों में कौन सा समास है, भेद का चार्ट

पदों की प्रधानता के आधार पर वर्गीकरण

प्रधान खंड

जिस खंड पर अर्थ का मुख्य बल पडता है उसे प्रधान खंड कहते हैं।

गौण खंड

जिस खंड पर अर्थ का बल नहीं पडता है उसे गौण खंड कहते हैं।

प्रमुख समास पद की प्रधानता
1 अव्ययीभाव समास में पूर्वपद प्रधान होता है ।
2. तत्पुरूष समास में उत्तर पद प्रधान होता है ।
(क) कर्मधारय समास में उत्तर पद प्रधान होता है ।
(ख) द्विगु समास दोनों पद प्रधान होता है ।
3. द्वन्द समास दोनों पद अप्रधान होता है ।
4. बहुव्रीहि समास में दोनों पद अप्रधान होता है।
  1. अव्ययी भाव समास – जिस समास में पूर्वपद अव्यय हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।

विशेष टिप्पणी

पहला पद नामपद समास में पहला पद अव्यय या उपसर्ग न होकर संज्ञा या विशेषण शब्द होता है । हिंदी में ऐसे समासों का प्रयोग होता है ।

उदाहरण-

समस्त पद अव्ययविग्रह
प्रतिदिनप्रति +दिनदिन दिन
यथाशक्तियथा + शक्तिशक्ति के अनुसार
आमरणआ+ मरणमरण तक
अनुरूपअनु + रूपरूप के योग्य
यथाक्रमयथा + क्रमक्रम के अनुसार
भरपेटभर + पेटपेटभर

अव्ययीभाव समास (avyayibhav samas)

जिस समासिक पद का पूर्वपद प्रधान होता है तथा समासिक पद अव्यय हो , उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। इस समास में समूचा पद क्रिया-विशेषण अव्यय हो जाता है ; जैसे- प्रतिदिन , यथासम्भव, आमरण इत्यादि ।

उदाहरण ( avyayibhav samas ke udhaharan )

पदविग्रहपदविग्रह
अनुकूलमन के अनुसारयथास्थानस्थान के अनुसार
अनुरूपरूप के अनुसारयथासमयसमय के अनुसार
अभ्यागतअभि आगतय़थाशीघ्रशीघ्रता से
आजन्मजन्म से लेकरयथाक्रम क्रम के अनुसार
आमरणम्रत्यु तकअकारणबिना कारण के
आपादमस्तकसिर से पैर तकअभूतपूर्वजो पहले नहीं हुआ
प्रतिपलहर पलनिर्विकारबिना विकार के
प्रतिदिनहर दिननिर्विवादबिना विवाद के
भरपेटपेट भरनिर्भयबिना भय के

तत्पुरुष समास (tatpurush samas)

जिस समास में पूर्वपद विशेषण होने के कारण गौण तथा उत्तर पद विशेष्य होने के कारण प्रधान होता है वहाँ तत्पुरूष समास (tatpurush samas) होता है ।

विशेष

समस्त पद बनते समय विभक्ति चिन्हों का लोप हो जाता है , तथा इसके विपरीत समास विग्रह के अन्तर्गत विभक्ति चिन्हों ‘से’ पर को आदि का प्रयोग होता है ।

संस्कृत से हिंदी में कुछ ऐसे समास भी आ गए हैं जिनसे कुछ विशिष्ट नियमों के कारण संस्कृत की विभक्तियों का लोप नहीं होता । जैसे-

म्रत्यु को जीतने वाला – म्रत्युंजय (शिव)

विश्व को भरने वाला- विश्वंभर (ईश्वर)

अनेक बार दोनों के मध्य आने वाला ‘पूरा शब्द समूह

पदविग्रहपद विग्रह
कठफोडवाकाठ को फोडने वालायशप्राप्तयश को प्राप्त
कुम्भकारकुम्भ को बनाने वालागिरिधऱगिरि को धारण करने वाला
ग्रहागतग्रह को आगतमनोहरमन को हरने वाला
शत्रुघ्नशत्रु को मारने वालासर्वभक्षीसब को भक्षण करने वाला
माखनचोरमाखन को चुराने वालामुँहतोडमुँह को तोडने वाला

करण तत्पुरष के उदाहरण

पदविग्रहपदविग्रह
अकालपीडितअकाल से पीडितकरुणापूर्णकरूणा से पूर्ण
अन्धकारयुक्तअन्धकार से युक्तजलाभिषेकजल से अभिषेक
कर्मवीरकर्म से वीरतुलसीक्रततुलसी द्वारा रचित
गुणयुक्तगुण से युक्तपर्णकुटीरपर्ण से बनी कुटीर
रक्तरंजितरक्त से रंजितरेखांकितरेखा से अकित
रोगग्रस्तरोग से ग्रस्तक्षुंधातुरक्षुंधा से आतुर

सम्प्रदान तत्तपुरुष के उदाहरण

पदविग्रहपदविग्रह
देश भक्तिदेश के लिए भक्तियुद्धभूमियुद्ध के लिए भूमि
देवालयदेव के लिए आलयविधानसभाविधान के लिए सभा
धर्मशालाधर्म के लिए शालास्नानघऱस्नान के लिए घर
पुस्तकालयपुस्तक के लिए आलयविधालयविधा के लिए आलय
भिक्षाटनभिक्षा के लिए भ्रमणराहखर्चराह के लिए खर्च
सत्याग्रहसत्य के लिए आग्रहरसोईघररसोई के लिए घर

अपादान तत्पुरुष के उदाहरण

पदविग्रहपदविग्रह
अन्नहीन अन्न से हीनकर्तव्यच्युतकर्तव्य से च्युत
कर्महीनकर्म से हीनभयभीत भय से भरा हुआ
जातिभ्रष्टजाति से भ्रष्टधनरहितधन से रहित
जन्मान्धजन्म से अन्धास्वादरहितस्वाद से रहित
नेत्रहीननेत्र से हीनफलहीनफल से हीन

सम्बन्ध तत्पुरुष के उदाहरण

पदविग्रहपदविग्रह
विधाभ्यासविधा का अभ्यासछात्रावासछात्र का आवास
सेनापतिसेना का पतिगंगाजलगंगा का जल
आनन्दाश्रमआनन्द का आश्रमजलयानजल का यान
कार्यकर्ताकार्य का कर्तागोपालगौ का पालक
चरित्रहननचरित्र का हननकन्यादानकन्या का दान

अधिकरण तत्पुरुष के उदाहरण

ग्रह प्रवेश ग्रह में प्रवेशकविश्रेष्ठकवियों में श्रेष्ठ
आत्मनिर्भरआत्मपर निर्भरकृषिप्रधान कृषि में प्रधान
युधिष्ठिर युद्ध में स्थिररणधीर रण में धीर
पुरुषोत्तमपुरुषों में उत्तमशरणागतशरण में आगत
क्षणभंगुरक्षण में भंगुरकलाप्रवीणकला में प्रवीण

कर्मधारय समास (karmadharaya samas)

जिस तत्पुरुष समास के समस्त पद समान रूप से प्रधान हों तथा विशेष्य -विशेषण भाव को प्राप्त होते हैं। इनके लिए , वचन भी समान हों , वहाँ कर्मधारय समास (karmadharaya samas) भी होता है ।

कर्मधारय समास चार प्रकार के होते हैं- ( karmadharaya samas ke prakar)

  1. विशेष पूर्वपद 2. विशेष्य पूर्वपद 3. विशेषणोभय पद तथा 4. विशेष्योभय पद

उदाहरण (karmadharaya samas ke udhaharan)

पदविग्रहपदविग्रह
नील कमलनीला कमलमहाकाव्यमहान् काव्य
महात्मामहान् आत्माश्यामसुन्दरश्याम जो सुन्दर हैं
महावीरमहान् वीरचन्द्रवदनचन्द्र के समान मुख
नरसिंहनर में सिंह के समानविधारत्नविधा ही है रत्न
चरणकमलचरण कमल के समानदुर्जनदुष्ट है जो जन

व्दिगु समास ( dvigu samas)

जिस कर्म धारय समास का पहला पद संख्याबोधक हो , वह व्दिगु समास कहलाता है । व्दिगु समास दो प्रकार के हैं।

  1. समाहार व्दिगु समास तथा 2. उपप्रधान व्दिगु

उदाहरण (dvigu samas ke udhaharan)

पदविग्रहपदविग्रह
त्रिभुवनतीनों भुवन का समाहारचतुर्वेंदचार वेदों का समाहार
नवग्रहनौ ग्रहों का समाहारपंचमुखपाँच मुखों का समाहार
चौराहाचार राहों का समाहारतिमाहीतीन माहों का समाहार
त्रिनेजतीन नेत्रों का समाहारत्रिकालतीन कालों का समाहार
अष्टधातुआठ धातुओं का समाहारपंचमेवा पाँच फालों का समाहार

बहुव्रीहि समास (bahuvrihi samas)

समास में आये पदों को छोडकर जब किसी अन्य पदार्थ की प्रधानता हो, तब उसे बहुव्रीहि समास कहते हैें। इस समास के पदों में कोई भी पद प्रधान नहीं होता । बल्कि पूरा पद ही किसी अन्य पद का विशेषण होता है ।

उदाहरण ( bahuvrihi samas ke udhaharan)

पदविग्रह
चतुराननचार हैं आनन जिनके अर्थात ब्रम्हा
लम्बोदरलम्बा है उदर जिसका अर्थात गणेश
वीणापाणिवीणा है कर में जिसके अर्थात सरस्तवती
नीलाम्बरनीला है अम्बर जिसका अर्थात श्रीक्रष्ण
बहुव्रीहि समास

द्वन्द समास (dwand samad)

द्रन्द समास में सभी पद प्रधान होता हैं। द्वन्द समास के तीन भेद होता हैं ।

  1. इरेत्तर 2. समाहार तथा 3. वैकल्पिक द्वन्द

उदाहरण ( dvand samas ke udhahran)

पदविग्रह
अन्न-जलअन्न और जल
आग-पानीआग औऱ पानी
मार-पीटमार या पीट
धन-दौलतधन, दौलत आदि
पाप-पुण्यपाय या पुण्य इत्यादि

परीक्षा में पूछे जाने वाले माडल प्रश्न

यथाशक्ति में कौन सा समास है ?

उत्तर – अव्ययीभाव

त्रिभुज शब्द में कौन समास है ?

उत्तर- द्विगु

देशभक्त में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

षष्ठी तत्पुरुष

चतुर्भुज में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि

दही-बडा शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

सप्तमी तत्पुरुष

आजकल शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वन्द

पंचपात्र शब्द में कौन सा समास हैं
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

शोकाकुल शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

नीलगाय शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय

रोगपीडित शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष

गुरुदेव शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- कर्मधारय

बारहसिंहा शब्द में कौन सा समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास का उदाहरण है
क. श्वेतपत्र ख. शोकाकुल ग. रोगपीड़ित घ. चतुर्भुज

श्वेतपत्र

परमानन्द में समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

किस समास में दोनो पद प्रधान होते हैं –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्वन्द समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- द्वन्द समास

किस समास में प्रथम पद संख्य़ावाची तथा अंतिम पद संंज्ञा हो –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

महाजन शब्द में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय

जलमग्न शब्द में कौन सा समास होगा
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- तत्पुरुष

बज्रपाणि शब्द में कौन सा समास होगा-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुब्रीहि

पंचवटी शब्द में समास होगा- (panchvati ka samas vigrah
)
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- द्विगु

घास-फूस शब्द में कौन सा समास है.
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्वन्द समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- द्वन्द

बहुब्रीहि समास का उदाहरण हे –
(क.) नीलकमल (ख.) शूलपाणि (ग.) पंचवटी (घ.) यथासम्भव

उत्तर – शूलपाणि

चतुर्भुज में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

प्रतिदिन शब्द में समास होगा-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अव्यवीभाव समास

पहला शब्द विशेषण तथा दूसरा विशेष्य-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

जिस समास में दूसरा शब्द प्रधान होता है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- तत्पुरुष समास

कृष्ण और सुदामा गुरुभाई थे , गुरुभाई में कोन सा समास है ।
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- तत्तपुरुष समास

लड़की चौलड़ी पहने है । चौलडी में कौन सा समास है ।
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर समास – द्विगु समास

जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं ।
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- द्वन्द समास

जिस समास में पहले या बाद का कोई भी पद प्रधान नहीं हो तथा अन्य पद प्रधान हो उसे क्या कहते हैं
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

यथाशक्ति में कौन सा समास है-
(क.) अव्ययीभाव समास समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अव्ययीभाव समास

धनुर्बाण में किस तरह का समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वन्द समास

शोकाकुल में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

अकाल पीडित में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

जय-पराजय में कौन सा समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्वन्द समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वन्द समास

पर्णकुटी शब्द का समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर – तत्पुरुष

सिंह द्वार शब्द में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर – कर्मधारय

कोशकार में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष

य़थोचित में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अव्यवीभाव समास

नीलाम्बर में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

सप्तर्षि में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

नीलोत्पलम में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

धनंजय में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

मनमाना में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

कतर- ब्योंत में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्वन्द समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वंद समास

हानि -लाभ- में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्वन्द समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वन्द समास

जय- पराजय – में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्वन्द समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वंद समास

लंबोदर – में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

तिरंगा शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

पंचवटी में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

परमानन्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

पाप- पुण्य समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्वन्द समास

य़थारूचि में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अव्यवीभाव समास

समास शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है –
(क.) संक्षेप (ख.) विस्तार (ग.) दीर्घ (घ.) लघु

संक्षेप

उपकूल में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवी भाव समास

यथाशीघ्र में समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवीभाव समास

चौराहा कौन सा समास है-
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

निर्विवाद में समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

निम्न में तत्पुरुष समास का उदाहण है-
(क.) नीलकमल (ख.) आत्मनिर्भर (ग.) चौराहा (घ.) यथाशक्ति

आत्मनिर्भर

चन्दशेखर शब्द में समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

निम्नलिखित में द्विगु समास का उदाहरण है-
(क.) तिरंगा (ख.) य़थाशक्ति (ग.) नीलकमल (घ.) आत्मनिर्भऱ

उत्तर- तिरंगा

दशमुख शब्द में समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

यथा शक्ति में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवीभाव समास

देशभक्त में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

हस्तलिखित में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

त्रिनेत्र में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

भरपेट में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवीभाव समास

आनन्दमग्न में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

बनवास शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

पंचवटी शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

पीताम्बर शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

नरोत्तम में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

आजन्म में समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवीभाव समास

धनहीन में समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

स्वर्गगत में समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

पुस्तकालय में समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

तत्पुरुष समास

दशानन शब्द में कौन सा समास है (dashanan samas vigrah
)
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

त्रिलोचन शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

बहुव्रीहि समास

कमलनयन शब्द में कौन सा समास है (kamalnayan ka samas vigrah
)
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

कर्मधारय समास

अष्टाध्यायी शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

यथासमय शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवीभाव समास

भरपेट शब्द में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

अवयवीभाव समास

बहुव्रीहि समास में कौन सा समास है
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

चतुर्भुज समास


इस पद में पहला पद संख्यावाची है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

जिस समास का पूर्वपद प्रधान हो उसे कौन या समास कहते हैं।
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) अव्ययीभाव समास (घ.) बहुव्रीहि समास

उत्तर- अव्ययी भाव समास

सप्तर्षि में समास है –
(क.) तत्पुरुष समास (ख.) कर्मधारय समास (ग.) द्विगु समास (घ.) बहुव्रीहि समास

द्विगु समास

samaas in hindi

समास का शाब्दिक अर्थ है , संक्षेपीकरण

प्रतिदिन का समास विग्रह बताइए (pratidin ka samas vigrah
)

प्रति + दिन ( अवययीभाव समास )

नीलकमल का समास विग्रह बताइए (neelkamal ka samas vigrah
)

नीलकमल शब्द में कर्मधारय समास है

समास की परिभाषा और उसके भेद प्रकार उदाहरण सहित तत्पुरुष, द्विगु, अवयवीभाव,बहुव्रीहि समास, समास विग्रह पदों में कौन सा समास है, भेद का चार्ट

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