भाषा संस्कृत के शब्द से बना है जिसका तात्पर्य होता है बोलना।
भाषा की प्रकृति प्रतीकात्मक होती है
भाषा में निपुण होना – सुनना, लिखना, बोलना
भाषा की सबसे छोटी इकाई– ध्वनि
चोमस्की का भाषा विकास का सिद्धांत
छोटे-छोटे शब्द जनरेटिक ग्रामर बनाते हैं।
हरलाक– दूसरों के साथ विचारों का आदान-प्रदान बातचीत करने की योग्यता है।
वेब्सर– भाषा भाव तया विचार को अभिव्यक्त करने या संचारित करने का मौखिक साधन है।
बालक को सर्वप्रथम भाषा का ज्ञान परिवार से होता है।
भाषा का वास्तविक स्वरूप प्रतीकात्मक है।
भाषा में एक प्रकार की क्रमबद्ध का विकास व प्रतिमान निहित होते हैं अर्थात भाषा एक प्रकार की गत्यात्मक प्रकार की होती है।
भाषा में एक पृकार की कृमबद्धता विकास व प्रतिमान निहित होते हैं।अर्थात भाषा गत्यात्मक प्रकार की होती है ।
बच्चा नए नए शब्द सीखता है भाषा तीन प्रकार की होती हैं।
लिखित, मौखिक तथा संकेतिक भाषा ।
भाषा विकास के क्रम-
ध्वनियों की पहचान करना 5 से 6 माह में,
ध्वनियों में विभेद आठ नौ माह में,
आनंददायक ध्वनियों की पहचान करके मुस्कुराना 10वे माह में उसी प्रकार की ध्वनिया निकालने का प्रयास करना।
शब्द तथा वाक्यों की रचना करना। ढाई से 3 वर्ष में
बच्चा शब्दावली एवं वाक्यों का निर्माण करना आरंभ कर देता है।
1 वर्ष 10 शब्द
2 वर्ष 30 शब्द
3 वर्ष 200 से 300 शब्द
लिखित भाषा का प्रयोग 4 से 5 वर्ष में अनुप्रयोगों में निपुणता।
भाषा क्रम
L S R. W ( सुनना, बोलना , पढ़ना , लिखना )
भाषा विकास के सिद्धांत-
परिपक्वता का सिद्धांत शुरू पर या भाषा पर नियंत्रण या अनुकरण या नियंत्रण का सिद्धांत अनुबंधन मूर्त वस्तुओं को जोड़ कर देखना
चोम्स्की का सिद्धांत-
जो मस्ती के अनुसार बच्चे शब्दों के नीचे संख्या कुछ निश्चित नहीं वो का अनुकरण करते हैं दूसरे शब्दों और वाक्यों का निर्माण करते हुए इन शब्दों से नए नए वाक्यों का निर्माण जिन नियमों के अंतर्गत करते हैं उसे जेनरेटिव ग्रामर कहा जाता है।
भाषा विकास की प्रविधियां
1.कहानी सुनाना
2.वार्तालाप करना
3.प्रश्नोत्तर करना
4.अनुकरण करना
5.उचित ढंग से पढ़ना व लिखना
भाषा विकास का सिद्धांत नहीं है
अतिरिक्त शक्ति का सिद्धांत
भाषा का वह घटक जो ध्वनि की गति के अनुक्रम संरचना एवं उनकी रचना से संबंधित है नियम की चर्चा करता है उसे क्या कहते हैं
स्वर विज्ञान
इनमें से कौन मनोवैज्ञानिक भाषा विकास से संबंधित हैं
चोमस्की
भाषा की सबसे छोटी इकाई को क्या कहते हैं
ध्वनि(phonex)
भाषा में अर्थ की सबसे छोटी इकाई को क्या कहते हैं
स्वनिम
व्याकरण की दृष्टि से भाषा की लघुतम इकाई
ध्वनि